Buland kesari ;- पूजा सिंघल एक ऐसा नाम जो कुछ सालों पहले तक संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए एक नजीर मानी जाती थीं। हर अभ्यर्थी की ख्वाहिश होती थी कि वो भी पूजा सिंघल की तरह ही कम उम्र में देश की सबसे कठिन परीक्षा को पास करे। लेकिन दिन बदले, साल बदले फिर अचानक पूजा सिंघल का नाम एक बड़े घोटाले में सामने आया। इसके बाद लगातार पूजा सिंघल की मुसीबतें बढ़ती चली गईं। फिलहाल पूजा सिंघल मनरेगा में भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में बंद हैं। पूजा सिंघल के पास करीब पास 83 करोड़ की संपत्ति है। 21 साल की उम्र में यूपीएससी की परीक्षा पास के बाद उन्होंने वादा किया था कि वह सबसे गरीब लोगों के लिए काम करेंगी।
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उनसे जुड़ी संपत्तियों पर छापेमारी के बाद सिंघल 11 मई, 2022 से हिरासत में हैं। यह मामला ग्रामीण रोजगार के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रम मनरेगा में भ्रष्टाचार से संबंधित है। ईडी ने राज्य के खनन विभाग के पूर्व सचिव पूजा सिंघल पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया है और कहा है कि उसकी टीम ने दो अलग-अलग मनी लॉन्ड्रिंग जांच के हिस्से के रूप में अवैध खनन से जुड़ी 36 करोड़ रुपये से अधिक कैश जब्त की है। 2000 बैच की आईएएस अधिकारी के अलावा, उनके व्यवसायी पति, दंपति से जुड़े एक चार्टर्ड अकाउंटेंट और अन्य पर भी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत ईडी ने छापा मारा था। उनकी गिरफ्तारी के बाद सिंघल को निलंबित कर दिया गया था। ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में किया था गिरफ्तार
झारखंड कैडर की IAS अफसर पूजा सिंघल प्रवर्तन निदेशालय (ED) छापों के बाद फिर सुर्खियों में हैं। मनरेगा फंड में हेराफेरी से जुड़े मामले में की गई कार्रवाई में महिला अफसर के करीबियों के घर से बड़ी मात्रा में पैसा मिला है। रांची स्थित चार्टर्ड अकाउंटेंट के यहां छापेमारी के दौरान 19 करोड़ 31 लाख रुपए जब्त किए गए। यह सीए सुमन कुमार सीनियर आईएएस पूजा सिंघल का करीबी बताया जा रहा है।
पूजा सिंघल को एक मल्टी टैलेंटेड यानी बहु प्रतिभाशाली नौकरशाह के रूप में जाना जाता था और उनकी झोली में कई रिकॉर्ड हैं। उन्होंने महज 21 साल की उम्र में संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा पास कर ली थी। 2000 बैच की IAS सिंघल ने लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया था। आईएएस पूजा की शादी झारखंड कैडर के आईएएस राहुल पुरवार से हुई थी। लेकिन ये शादी ज्यादा समय तक टिक नहीं पाई। पूजा ने फिर से बिजनेसमैन और पल्स हॉस्पिटल के मालिक अभिषेक झा से शादी कर ली।
हजारीबाग में मिली पहली पोस्टिंग
आईएएस बनने के बाद पूजा सिंघल की पहली पोस्टिंग झारखंड के हजारीबाग में हुई थी। 16 फरवरी 2009 से 14 जुलाई 2010 की अवधि के दौरान जब पूजा सिंघल खूंटी में तैनात थीं, तो उन्हें मनरेगा फंड से 18 करोड़ की हेराफेरी के आरोप का सामना करना पड़ा था। साथ ही झारखंड के कनिष्ठ अभियंता राम बिनोद प्रसाद सिन्हा को भी संरक्षण देने के आरोप लगे थे। 2020 में हुई गिरफ्तारी के बाद राम विनोद सिन्हा का नाम कुछ आईएएस के लिए परेशानी का कारण बन गया था और उनमें पूजा सिंघल भी एक थीं।
पलामू में भी विवाद
यही नहीं, जब पूजा सिंघल चतरा की डिप्टी कमिश्नर थीं, तब भी उनके खिलाफ इसी तरह के आरोप लगाए गए थे। वह 4 करोड़ रुपये के मनरेगा फंड की हेराफेरी के लिए विवाद में आ गई थीं। उन्होंने पलामू में भी खदानों के लिए नियमों में ढील देकर जमीन आवंटित की थी।
हैरानी की बात यह है कि सभी सरकारों के साथ IAS पूजा सिंघल के अच्छे संबंध रहे और वह अपने लिए मनचाहा पद हासिल करने में सक्षम थीं। बीजेपी की रघुबर दास सरकार में वह कृषि विभाग की सचिव थीं। लेकिन राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद भी वह लंबे समय तक मुख्य धारा से बाहर नहीं रहीं। हेमंत सरकार ने भी उन्हें पोस्ट किया और खदान, उद्योग और जेएसएमडीसी के अध्यक्ष जैसे अहम विभागों की जिम्मेदारी सौंपी।
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