IELTS 5 Bands के साथ Canada जाने के लिए इन नंबरों पर Call करें। 0181–5044888, 0172–5219200
बुलंद केसरी न्यूज, मानसाः सोमवार को CM पंजाब स. भगवंत मान मानसा जिले के अंतर्गत आते गांव कोटली कलां में अग्निवीर Amritpal Singh के घर पहुंचे और उन्होंने परिवार के साथ मुलाकात कर दुख व्यक्त किया। इसके अलावा परिवार को पंजाब सरकार की तरफ से 1 करोड़ रुपए का चैक सौंपा। दो दिन पहले ही CM मान ने अग्निवीर की मौत के बाद गार्ड ऑफ ऑनर ना दिए जाने के बाद परिवार को ये राशि देने की घोषणा की थी। बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुंछ क्षेत्र में तैनात जिले के गांव कोटली कलां के अग्निवीर अमृतपाल सिंह की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी।
इस मौके मुख्यमंत्री Bhagwant Maan केंद्र सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा-” हम जान तो वापस नहीं ला सकते, लेकिन आर्थिक मदद हो जाती है। 6 महीनों में फौज स्तर की ट्रेनिंग कैसे दे सकते हैं। एक पटवारी की डेढ़ साल की ट्रेनिंग होती है। फिर साढ़े तीन साल बाद कहेंगे, जा नौकरी पूरी हुई।” उन्होंने कहा कि अमृतपाल के पिता के दिल में गुस्सा है कि शहीद का मान-सम्मान नहीं हुआ।
पिता ने बताया कि उन्हें तो अग्निवीर का पता भी नहीं था। उन्होंने तो अपना बेटा फौज में भेजा था। मेरी तरफ से अमृतपाल को फौज ने वही वर्दी दी, जो बाकियों को दी, वही हथियार दिए, लेकिन शहीदियों में फर्क डाल दिया। ये सब नीतियां गढ़ने वालों का काम है। जिन्हें शहादत का पता तक नहीं है। मैं डिफेंस मिनिस्ट्री व होम मिनिस्ट्री के पास सवाल उठाउंगा। डिफेंस के पास 60 प्रतिशत फंड है, लेकिन सरहद पर रखवाली करने वालों के लिए भी समझौते करने लग गए हैं।
वहीं मुख्यमंत्री मान ने Centrel Goverment तथा Army को सलाह दी कि इस घटना को आत्महत्या न कहें। उन्होंने कहा कि ऐसा कह कर अग्निवीर व युवाओं के हौंसले को ना तोड़ो। अमृतपाल 7 बहनों की जिम्मेदारी उठा कर बैठा था। पूरा परिवार उसके कंधों पर था। एक बहन की शादी थी, वह शादी पर आने के लिए तैयार था। अग्निवीर को गार्ड ऑफ ऑनर ना दिए जाने पर देश की विरोधी पार्टियों ने केंद्र सरकार को घेरना शुरू कर दिया था। दरअसल, अमृतपाल सिंह की ड्यूटी पुंछ जिले के मेंढर उपमंडल के मनकोट इलाके में LoC के पास थी। ड्यूटी के दौरान उनके माथे पर गोली लगी। अमृतपाल को गोली लगने से 2 दिन पहले ही सेना ने 2 आतंकियों को मारा था। शुरुआती जांच में यही माना जा रहा था कि अमृतपाल को आतंकियों की गोली लगी थी।
बता दें कि अमृतपाल की मौत के बाद सेना उनकी उनकी पार्थिव देह को प्राइवेट एंबुलेंस में लाई गई। यहां सेना के 2 जवान शव को छोड़ने के लिए आए थे। अमृतपाल का शव छोड़ने के बाद वह वहीं से चले गए। परिवार और गांव वालों ने जब उनसे पूछा कि अमृतपाल को कोई सैन्य सम्मान नहीं मिलेगा? गांव वालों के अनुसार इस पर उनका कहना था- अग्निवीर स्कीम के तहत भर्ती फौजी को शहीद का दर्जा नहीं है, इसलिए सैन्य सम्मान नहीं मिलेगा।
Disclaimer:Buland Kesari receives the above news from social media. We do not officially confirm any news. If anyone has an objection to any news or wants to put his side in any news, then he can contact us on +91-98880-00404.