बुलंद केसरी न्यूज, चंडीगढ़ः मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कलम छोड़ हड़ताल करने वाले कर्मचारियों को खुली चेतावनी देते हुए कहा कि अगर वे काम पर नहीं लौटे, तो उनकी सेवाएं खत्म की जा सकती हैं।
मुख्यमंत्री ने पंजाब में अगले दो महीने के लिए ESMA कानून लागू कर दिया है। जिस के तहत अगले 2 महीने तक कोई भी कर्मचारी हड़ताल पर नहीं जा सकता। बता दें कि कर्मचारियों द्वारा 11 से 13 सितंबर तक हड़ताल पर रहने का निर्णय लिया गया था जिसे लेकर सीएम मान ने कर्मचारियों को सीधी चेतावनी जारी की है। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत मांगों या रिश्वतखोरी के मामलों में शामिल लोगों के लिए कलमबंद हड़ताल न करें।
सीएम मान ने एक्स पर जानकारी सांझा करते हुए लिखा, रिश्वतखोरी के मामले में फंसे अपने एक साथी के पक्ष में पटवारी, कानूनगो और आने वाले दिनों में डीसी ऑफिस के कर्मचारी अपनी निजी मांगों को लेकर हड़ताल पर जाएंगे। मैं कहना चाहता हूं कि उन्हें हड़ताल करनी चाहिए लेकिन बाद में सरकार तय करेगी कि कलम उनके हाथों में देनी है या नहीं।
हमारे पास कई शिक्षित बेरोजगार हैं जो आपकी कलम लेने के लिए तैयार हैं। पंजाब के लोगों को परेशानी नहीं होने दी जाएगी।” सीएम मान ने एक तरह से डीसी दफ्तरों और तहसीलों में पेन डाउन स्ट्राइक करने की तैयारी कर रहे कर्मचारियों को सख्त कार्रवाई के लिए तैयार रहने की चेतावनी दी है।
जिक्रयोग्य है कि मान ने बुधवार को गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी में आयोजित गोल्डन जुलबी कन्वेंशन में 5714 आंगनवाड़ी वर्करों और हैल्परों को नियुक्ति पत्र देने की बात कही है। मुख्यमंत्री मान ने कहा कि आंगनबाड़ी वर्करों और हैल्परों का पद मामूली नहीं। समाज में इनकी बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। आज बहुत महिलाओं में खून, आयरन और कार्बोहाइड्रेट की कमी है।
आज विभाग में तैनात की गई आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर ऐसी महिलाओं के लिए वरदान साबित होंगी। क्योंकि यह घर-घर जाकर ऐसी महिलाओं को ढूंढ कर उनके शरीर की कमी को दूर करने का काम करेंगी। उन्होंने कहा कि आज का दिन बहनों के लिए बहुत खास है। उन्होंने आज उन सभी महिलाओं को बधाई भी दी जब वे सरकार का हिस्सा बनी।
Disclaimer:Buland Kesari receives the above news from social media. We do not officially confirm any news. If anyone has an objection to any news or wants to put his side in any news, then he can contact us on +91-98880-00404.