जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, हम कुछ बीमारियों के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाते हैं, इनमें उच्च रक्तचाप भी शामिल है, हाई बीपी दिल का दौरा या स्ट्रोक के लिए सबसे बड़े जोखिम कारकों में से एक है. हालांकि सही जीवनशैली और खानपान को फॉलो करके हाई बीपी को कंट्रोल किया जा सकता है.अगर आप पहले से ही हाई बीपी के रोगी हैं, तो कुछ उपाय आपको बीपी की रीडिंग कम करने में मदद कर सकते हैं.आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से
क्या है हाई बीपी ?
हाई बीपी धमनियों में दबाव के बढ़े हुए स्तर की तरफ इशारा करता है. सामान्य तौर पर, रक्तचाप वो बल है जो रक्त द्वारा धमनियों की दीवारों पर लगाया जाता है क्योंकि इसे हृदय द्वारा पंप किया जाता है। सामान्य रक्तचाप रीडिंग आमतौर पर 120/80 mmHg के आसपास होती है, जहां 120 सिस्टोलिक दबाव है, और 80 डायस्टोलिक दबाव है। जब रक्तचाप लगातार 130/80 mmHg से अधिक हो जाता है, तो इसे उच्च रक्तचाप माना जाता है.विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का कहना है कि दुनिया भर में उच्च रक्तचाप से 30 से 79 वर्ष की आयु के 100 करोड़ से अधिक लोग प्रभावित हैं, “अनुमानतः उच्च रक्तचाप से पीड़ित 46% वयस्क इस बात से अनजान हैं कि उन्हें यह स्थिति है.हाई बीपी से हृदय संबंधी रोग (सीवीडी), गुर्दे का स्वास्थ्य और दृष्टि प्रभावित होती है.
हाई बीपी को कम करने के तरीका
- खाने में नमक का इस्तेमाल कम करें
- फ्रूट और वेजिटेबल का सेवन बढ़ाएं
- ज्यादा शुगर का सेवन करने से बचें
- मैदा या रिफाइंड आटे की जगह होल व्हीट खान की कोशिश करें.
- जंग फूड खाने से परहेज करें
- पैक्ड फूड खाने से भी बचें
- डॉक्टर से लगातार चेकअप करवाते रहें
- हर रोज 30 से 45 मिनट ब्रिस्क वाकिंग करें
- मेडिएशन को रूटीन में शामिल करें
- पर्याप्त नींद और आराम करना भी काफी जरूरी है
- अल्कोहल और सिगरेट या किसी भी तरह के नशे से दूरी बनाएं.
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