Jalandhar News: जालंधर शहरी तहसील में अष्टाम फरोशों का गोरखधंधा लगातार पैर पसारता जा रहा है। लेकिन हैरानी की बात यह है कि आम आदमी पार्टी की कट्टर ईमानदारी का दम भरने वाली पंजाब सरकार इस और कोई ध्यान नहीं दे रही।
यही कारण है कि Jalandhar के ग्रामीण इलाकों के लाइसेंस लेकर अष्टाम फरोशों शहरी तहसील में बैठकर वसीका नवीसों के साथ सेटिंग करके अष्टाम बेच रहे हैं और मोटी कमाई कर रहे हैं। जिससे सरकार को रोजाना लाखों रुपए का चूना लग रहा है।
ऐसे ही एक अष्टाम फरोश के लाइसेंस की फ़ोटो इन दिनों तहसील जालंधर के कर्मचारियों के मोबाइलों में घूम रही है। जिसमें नजर आ रहा है कि अष्टाम फरोश को जालंधर के एक गांव का लाइसेंस मिला हुआ है, लेकिन उसने अपने ही हाथ से उस लाइसेंस पर पैन से ग्रामीण एड्रेस के साथ ही जालंधर शहरी घर का पता लिखकर सरकार को धोखा दिया है। जिसके चलते वह जालंधर शहरी तहसील में बैठकर पिछले कई सालों से अष्टाम बेच रहा है।
जिस वसीका नवीस के पास बैठकर यह अष्टाम फरोश गलत तरीके से अष्टाम बेचता आ रहा है। अगर इस वसीका नवीस की रजिस्ट्रीयों की भी जांच की जाए तो एक बड़ा घोटाला सामने आ सकता है। क्योंकि इस वसीका नवीस ने हजारों रजिस्ट्रियां इसी अष्टाम फरोश के ग्रामीण इलाके के लाइसेंस से अष्टाम लेकर शहरी इलाके की कर दी हैं। इसका खुलासा एक चर्च के पादरी के घर में हुई इनकम टैक्स रेड में सामने आया है। जिसमें बैक डेट स्टांप पकड़े गए हैं।
अब अष्टाम फरोश और वसीका नवीस की टेंशन इसलिए बढ़ने जा रही है क्योंकि प्रसिद्ध एडवोकेट भूपेंद्र सिंह इस मामले में मुख्यमंत्री पंजाब और डायरेक्टर विजिलेंस को शिकायत करने जा रहे हैं। अगर इस शिकायत पर कार्रवाई हुई तो जालंधर तहसील से करोड़ों रुपए का अष्टामों और बैक डेट अष्टामों के नाम पर किया गया गबन सामने आ सकता है।
Will the government tighten its grip on the traders working in Jalandhar urban tehsil with licenses from rural areas? Complaint will be lodged with CM and Director Vigilance – Advocate Bhupendra Singh
Disclaimer:Buland Kesari receives the above news from social media. We do not officially confirm any news. If anyone has an objection to any news or wants to put his side in any news, then he can contact us on +91-98880-00404.