Punjab News: Loksabha चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद अब लगातार मतदान के आंकड़े सामने आ रहे हैं। जिनसे कई परतें खुल रही हैं और इनसे पता चल रहा है कि किस प्रकार से विभिन्न Political पार्टियों के वोट बैंक में 2019 की अपेक्षा कमी और इजाफा हुआ है।
Read This आदमपुरियों ने दिया BJP के सुशील रिंकू को धोखा! चन्नी,टीनू और बलविंदर से भी पीछे रह गए Rinku, देखिए कितने Votes मिले?
सबसे पहले अगर बात कांग्रेस पार्टी की करें तो कांग्रेस पार्टी Punjab में सबसे अधिक 7 लोकसभा सीटें जीतने वाली पार्टी बनकर उभरी है।
बात अगर साल 2019 की करें तो इस वर्ष कांग्रेस पार्टी का वोट बैंक 40.12% था जोकि 2022 में कम होकर 22.98% रह गया था। परंतु इस बार फिर कांग्रेस ने हल्ला बोला है। Congress का वोट बैंक इस बार 4% बढ़ा है और साल 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का वोट बैंक बढ़कर 26.30% पहुंच गया है।
Read This *प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति को सौंपा अपना इस्तीफा* *इस तारीख को ले सकते हैं Modi तीसरी बार PM पद की शपथ*
वहीं दूसरी ओर अगर पंजाब की शासित पार्टी आम आदमी पार्टी की बात करें तो AAP का वोट बैंक साल 2019 में महेश 7.38 प्रतिशत था जो के एकदम से बूम करके साल 2022 में 42.01% पर पहुंच गया था। परंतु शायद AAM Aadmi Party लोगों के दिलों में से उतरती जा रही है यही कारण है कि इस वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में लोगों ने आम आदमी पार्टी को वोट देने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई जिस कारण पार्टी का वोट बैंक 45.01% से कम होकर 26.02% पर पहुंच गया है।
Read This *जानिए Jalandhar के हर उम्मीदवार का हाल, बड़ी Parties से लेकर Indipendent उम्मीदवारों को कितने मिले वोट*
वही बात अगर केंद्र में तीसरी बार लगातार सरकार बनाने जा रही भाजपा की करें तो पंजाब में BJP बेशक इस वर्ष Loksabha चुनाव में एक भी सीट हासिल नहीं कर सकी। परंतु बीजेपी का वोट बैंक काफी बढ़ा हुआ दिखाई दे रहा है। साल 2019 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो तब BJP का वोट बैंक 09.63 प्रतिशत दर्ज हुआ था जोकि वर्ष 2022 में और कम होकर 06.60 प्रतिशत पर पहुंच गया था। लेकिन इस बार वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में BJP का Vote प्रतिशत बढ़कर 18.56% पर पहुंच गया है।
Read This *चुनावी नतीजे से पहले ही शहर की सड़कें बनी शराब का अड्डा*, *कहां है Police?*
यही कारण है कि बेशक बीजेपी पंजाब में कोई भी सीट हासिल नहीं कर सकी, फिर भी भाजपा के नेता अपने कंधे थपथपाते दिखाई दे रहे हैं कि उनका वोट बैंक तकरीबन 12 प्रतिशत बढ़ गया है।
वहीं अगर हम बात Shiromani Akali Dal की करें तो शायद का ग्राफ लगातार गिरता हुआ दिखाई दे रहा है जिससे पार्टी वर्कों और पार्टी के नेताओं में नाराजगी और नामोशी देखी जा रही है।
साल 2019 में शिरोमणि अकाली दल का पंजाब में वोट प्रतिशत 27.76 प्रतिशत था। जोकि साल 2022 में कम होकर 18.38 प्रतिशत हो गया था। परंतु इस बार तो वर्ष 2024 के Loksabha ुनाव में पार्टी की हालत और पतली हो गई है और पार्टी का वोट बैंक नीचे की ओर खिसकते हुए 13.42% पर सिमट गया है। राजनीतिक माहिर मानते हैं कि अगर जल्दी ही Shiromani Akali Dal की लीडरशिप ने इसका कोई हल ना ढूंढा तो पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव तक कहीं Punjab में बिल्कुल ही हाशिए पर ना पहुंच जाए।
Disclaimer:Buland Kesari receives the above news from social media. We do not officially confirm any news. If anyone has an objection to any news or wants to put his side in any news, then he can contact us on +91-98880-00404.