HomePunjabSupreme Court का बड़ा फैसला, बच्चों की अश्लील वीडियो देखना और डाउनलोड...

Supreme Court का बड़ा फैसला, बच्चों की अश्लील वीडियो देखना और डाउनलोड करना अपराध

Date:

iTree Network Solutions +91-8699235413
iTree Network Solutions +91-8699235413
iTree Network Solutions +91-8699235413
iTree Network Solutions +91-8699235413
iTree Network Solutions +91-8699235413
iTree Network Solutions +91-8699235413 iTree Network Solutions +91-8699235413

National News

Italy: ਰੋਮ ’ਚ ਭਾਰਤੀ ਅੰਬੈਸੀ ਦੀ ਨਵੀਂ ਇਮਾਰਤ ਦਾ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਉਦਘਾਟਨ

Buland kesari - ਪ੍ਰਵਾਸੀ ਭਾਰਤੀ ਆਪਣੀ ਮਾਂ ਭੂਮੀ ਭਾਰਤ...

Shocking! सहेली के “इश्क” में पागल महिला ने किया कांड !!

Buland kesari ;- उपमंडल तलवंडी साबो के गांव गतवाली...
iTree Network Solutions +91-8699235413

Buland kesari;- Child Pornography: सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने चाइल्ड पोर्नोग्राफी (Child Pronography) को लेकर बड़ा फैसला लिया है। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को कहा कि चाइल्ड पोर्नोग्राफी डाउनलोड करना और देखना POCSO और IT एक्ट के तहत अपराध है।Supreme Court

कोर्ट ने कहा कि बच्चों की अश्लील फिल्म (Child Films) देखना और डाउनलोड करना दोनों अपराध है और ये पोक्सो एक्ट के अंतर्गत माना जाना चाहिए। CJI डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच ने मद्रास हाईकोर्ट के फैसले को खारिज करते हुए फैसला सुनाया।

मद्रास हाईकोर्ट ने कहा था कि अगर कोई ऐसा कंटेंट डाउनलोड करता और देखता है, तो यह अपराध नहीं, जब तक कि नीयत इसे प्रसारित करने की न हो। Supreme Court ने कहा कि अदालत ने अपने फैसले में गंभीर गलती की है। हम इसे खारिज करते हैं और केस को वापस सेशन कोर्ट भेजते हैं।

Supreme Court ने केंद्र सरकार को भी इस मामले में खास सलाह दी है। कोर्ट ने कहा कि सरकार POCSO एक्ट में बदलाव कर चाइल्ड पोरनोग्राफी शब्द की जगह CSAEM (child sexually abusive and exploitative material) लिखे। पीठ ने बच्चों की अश्लील फिल्म और इसके कानूनी परिणामों पर कुछ दिशा-निर्देश भी तय किए।

सुप्रीम कोर्ट के निर्देश

  • हम संसद को सुझाव देते हैं कि POCSO एक्ट में बदलाव करें और इसके बाद पोर्नोग्राफी शब्द की जगह चाइल्ड सेक्शुअली एब्यूसिव एंड एक्सप्लॉइटेटिव मैटिरियल का इस्तेमाल किया जाए। इसके लिए अध्यादेश भी लाया जा सकता है।

  • बेंच ने कहा, हमने यह फैसला बच्चों के उत्पीड़न और दुर्व्यवहार की घटनाओं के आधार पर दिया। ऐसे मामलों की शिकायत करने में समाज की कितनी भूमिका है, इस पर भी ध्यान रखा।

 

also read;-  Facebook, Instagram and WhatsApp ਨੂੰ ਲੈ ਕੇ ਜਾਰੀ ਕੀਤੀਆਂ ਨਵੀਆਂ ਹਦਾਇਤਾਂ

iTree Network Solutions +91-8699235413
iTree Network Solutions
WhatsApp पर खबरें पाने के लिए हमारे Buland Kesari WhatsApp Group को Join करें
iTree Network Solutions +91-8699235413

Disclaimer:Buland Kesari receives the above news from social media. We do not officially confirm any news. If anyone has an objection to any news or wants to put his side in any news, then he can contact us on +91-98880-00404.

Punjab News

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Related News

Jalandhar News: ਇੱਕ ਹੋਰ BJP ਦੀ ਕੌਂਸਲਰ ਸ਼ਬਨਮ ਦੁੱਗਲ ਅਤੇ ਪਤੀ ਅਯੂਬ ਖ਼ਾਨ ਨੇ ਫੜਿਆ ਝਾੜੂ, ਕਈ ਵਾਰ ਬਦਲ ਚੁੱਕੇ ਨੇ ਨੇਤਾ ਜੀ ਪਾਰਟੀ!

Buland Kesari/ one more counselor join AAP; ਦਲ ਬਦਲਣ ਦੇ ਖੇਡ ਦੇ ਵਿੱਚ ਜਲੰਧਰ ਸਭ ਤੋਂ ਅੱਗੇ ਹੈ। ਆਮ ਆਦਮੀ ਪਾਰਟੀ ਆਪਣੇ ਕੌਂਸਲਰ ਪੂਰੇ...

You cannot copy content of this page