Buland kesari ;- पंजाब के किसानों के बड़ी मुसीबत सामने आई है। कांग्रेस सांसद एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय की स्थायी कमेटी के चेयरपर्सन के. कनिमोझी को पत्र लिखकर कहा है कि केंद्र सरकार और एफ.सी.आई. द्वारा पंजाब के गोदामों से चावल और गेहूं न उठाने के कारण कृषि संकट पैदा हुआ है।
उन्होंने अपने पत्र में कहा कि एफ.सी.आई. पंजाब के गोदामों से 114 लाख टन चावल उठाने में विफल रही है। इस दौरान केवल 7 लाख टन चावल ही उठाया गया है। एफ.सी.आई. ने पंजाब में अनाज स्टोर करने की क्षमता को 2022 में 78.83 मिलियन मीट्रिक टन घटाकर 2023 में 71.15 मिलियन मीट्रिक टन कर दिया है।

इसी तरह पंजाब ने 2024 में केंद्र सरकार से 1635 रेलवे रैक मांगे थे पर पंजाब को सिर्फ 197 रैक दिए गए, जिस कारण 84.25 लाख टन गेहूं नहीं उठाई जा सकी। इस कारण 182.29 करोड़ रुपये का बोझ सरकार पर पड़ा। रंधावा ने कहा कि पंजाब केन्द्रीय पूल में 30 प्रतिशत चावल और 40 प्रतिशत गेहूं देता है। केंद्र सरकार को अब अपनी नीति बदलाव करना चाहिए और पंजाब के कृषि संकट को हल करने की दिशा में कदम उठाने चाहिए।
Disclaimer:Buland Kesari receives the above news from social media. We do not officially confirm any news. If anyone has an objection to any news or wants to put his side in any news, then he can contact us on +91-98880-00404.